स्किलिंग और व्यावसायिक शिक्षा पर ध्यान देने का प्रस्ताव उत्साहजनक कदम है। 150 उच्चतर शिक्षा संस्थानों द्वारा डिग्री/डिप्लोमा से संबंधित प्रशिक्षण देने के प्रस्ताव से ब्ल्यू काॅलर कौषल को लेकर जो सामाजिक भ्रांतियां हैं उसे दूरे करने में मदद मिलेगी तथा अधिक से अधिक युवाओं को व्हाइट काॅलर नौकरियों के लिए सामान्य डिग्री पाठ्यक्रम से अलग प्रषिक्षण प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकेगा।
बेहतर छात्र परिणामों के लिए शिक्षा प्रौद्योगिकी समाधानों को अपनाने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करने पर अधिक जोर दिया जाना अच्छा है। हालांकि जीएसटी दरें केंद्रीय बजट के दायरे में नहीं हैं, लेकिन शैक्षिक प्रौद्योगिकी समाधानों को खरीदने पर जो जीएसटी दरें लागू हैं उनकी समीक्षा करने के प्रस्ताव साकारात्मक हैं।
राष्ट्रीय भारतीय रैंकिंग फ्रेमवर्क के शीर्ष 100 उच्चतर शिक्षा संस्थानों में सम्पूर्ण पूर्ण ऑनलाइन डिग्री पाठ्यक्रमों के शुभारंभ के बारे में घोषणा एक स्वागत योग्य कदम है, लेकिन युवाओं की बड़ी संख्या के लिए लागत प्रभावी उच्च शिक्षा के अवसरों को उपलब्ध कराने के लिए बुनियादी ढांचा बनाने की दिशा में यह बहुत छोटा कदम है। हालांकि, लगातार शिक्षण और गुणवत्ता परिणामों को सुनिश्चित करने के लिए बहुत अधिक किए जाने की आवश्यकता है।